इसलिए अपने तमाम समस्याओं के समाधान और देश की समृद्धि के लिए गीता के श्लोकों को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। जो व्यक्ति गीता के उपदेशों को धारण करेगा वह अपना जीवन सफल बना लेगा। पवित्र ब्रह्मसरोवर के तट पर गीता महाआरती से कर्म करने की शक्ति मिलती है, इस शक्ति से समाज सेवा में अपना योगदान दिया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को कर्म करने का संदेश लेने के लिए कुरुक्षेत्र की भूमि पर जरूर आना चाहिए। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर सचिव दर्शन गुलाटी, रामगोपाल, निरंजन सिंह, सुनील शर्मा, सतपाल वालिया, बीरभान अरोड़ा, रामगोपाल शर्मा, विजय चोपड़ा, संजीव राणा, प्रवीण, राजरानी आदि उपस्थित थे।