International Gita Mahotsav

INTERNATIONAL GITA MAHOTSAV

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पवित्र ग्रंथ गीता एक पुस्तक ही नहीं जीवन का एक जीता-जागता दर्शन

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक नरेंद्र कुमार ने कहा कि गीता शक्ति का प्रतीक है, गीता अध्यात्म और शांति का रास्ता है। सदियों वर्ष पूर्व भगवान श्री कृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था, इन उपदेशों को आज भी अपने जीवन में शामिल की जरूरत है। श्रीमद भगवद गीता भगवान का भेजा हुआ संदेश है। गीता ग्रंथ नहीं बल्कि जीवन का जीता जागता दर्शन है, गीता स्वस्थ जीवन का मूलमंत्र देती है तथा गीता जीवन जीने की कला है।
प्रांत प्रचारक नरेंद्र कुमार वीरवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे। इससे पहले प्रांत प्रचारक नरेंद्र कुमार, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव पर ब्रहमसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया।
प्रांत प्रचारक नरेंद्र कुमार ने कहा कि पहले कुरुक्षेत्र को महाभारत की भूमि कहा जाता था लेकिन इसे अब भगवद गीता की भूमि कहा जाने लगा है। प्रदेश सरकार का प्रयास है कि हर व्यक्ति को गीता का ज्ञान मिले इसके मध्यनजर इस अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को विभिन्न सोशल मीडिया के माध्यम से विदेशों व देश के गांव-गांव तक पहुंचाया जा रहा है, 21वीं सदी में गीता औषधी के सामान है, गीता का ज्ञान सबको होना चाहिए। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

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