ब्रह्मसरोवर पर आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान तमिलनाड़ू के थेंकासी जिले से आई श्रीशक्ति सेल्फ हेल्प ग्रुप की सदस्य गंधिमारी ने बताया कि उनकी स्वदेशी हस्तशिल्प साडिय़ां लोगों का मन मोह रही हैं। उनके लिए ये एक नया अनुभव है क्योंकि वो पहली बार उत्तर भारत के किसी राज्य में आई हैं।
श्री शक्ति सेल्फ हेल्प ग्रुप के बारे में बताते हुए कहा कि उनके द्वारा बनाई जाने वाली सूती साडिय़ों की खासियत उनका मोर, हाथी और फूलों के डिजाइन वाले हस्तशिल्प बॉर्डर है। इन साडिय़ों की कीमत 800 रुपए है। साडिय़ों के साथ-साथ बच्चों के नाइट सूट्स भी महोत्सव में प्रदर्शित किए जा रहे हैं, जिनकी कीमत 400 रखी गई है। तमिलनाडू से कुरुक्षेत्र तक का दो दिन का सफर उनके लिए काफी लंबा था, लेकिन अब इस अनूठे अनुभव के बाद यह लंबा सफर उन्हें काफी जायज लग रहा है।