जिला शिक्षा अधिकारी अरुण आश्री ने कहा कि गीता का ज्ञान प्राणी मात्र के सुखी जीवन का मार्ग प्रशस्त करता है और विशेषकर विद्यार्थियों के लिए गीता ज्ञान बहुत उपयोगी है। विद्यार्थियों को नियमित रूप से गीता पढ़नी चाहिए और इसकी शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। वे शनिवार को धन्नाभगत स्कूल में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा गीता पर आधारित राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी एवं डीपीसी विनोद कौशिक ने अतिथियों का स्वागत किया तो सभा की ओर से जाट सभा के पूर्व प्रधान अंग्रेज सिंह ने धन्यवाद किया। कार्यक्रम में समग्र शिक्षा के एपीसी संजय कौशिक, सतबीर कौशिक, डॉ सुनील कौशिक, धन्नाभगत स्कूल प्रबंधन समिति के प्रधान सुभाष चंद, महासचिव चौ. रामफल सिंह, जयपाल देसवाल, गुरदयाल मलिक, जगतार काजल, विकास, प्रिंसिपल शकुंतला नेहरा, सुरेंद्र नेहरा, बलराम शर्मा, अलकेश मौदगिल, गौतम दत्त, डॉ. राम मेहर अत्रि, प्यारे लाल शर्मा सहित अनेक विभागीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। मंच संचालन नित्यानंद शास्त्री, डॉ ओम प्रकाश व शिव कुमार ने किया।