ब्रह्मसरोवर के तट पर लगे अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के उपलक्ष क्राफ्ट और सरस मेले में जिला मथुरा के गौवर्धन क्षेत्र का रहने वाला मात्र 3 साल का बच्चा जिसका नाम भागवत है, वह महोत्सव में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को स्कूलों में पढ़ाई जाने वाली एबीसीडी का मतलब सनातन संस्कृति के रुप में बता रहा है।
महोत्सव में स्टाल नंबर 598 पर यह बच्चा भागवत एबीसीडी का मतलब भगवान के नामों से बता रहा है। भागवत से जब ए का अर्थ पूछा तो उसने उत्तर दिया अर्जुन, जब बी का अर्थ पूछा तो उसने उत्तर दिया बलराम, ऐसा सुनकर साफ प्रतीत होता है कि एबीसीडी का अर्थ सनातन संस्कृति पर आधारित है और जन-जन में भागवत गीता का प्रचार कर रहा है। बता दें भागवत जिला मथुरा के गोवर्धन क्षेत्र का रहने वाला है तथा वहां के गिव गीता संस्थान के गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण कर रहा है और महोत्सव में अपने पिता आकाम भक्तिदास के साथ आया है। इतना ही नहीं गीता के श्लोकों का उच्चारण भी पलभर में भागवत सुना देता है। पिता का कहना है कि उनका पूरा जीवन गीता को समर्पित है और वह गीता का प्रचार जन-जन में कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में हर माता-पिता को अपने बच्चे को बचपन से गीता के बारे में बताना चाहिए।