अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में शिल्पकार अली असम राज्य की प्रसिद्ध केन और बंबू की पारंपरिक शिल्पकला को लेकर पहुंचे है। गांव भालुकी जिला बरपेटा असम से ग्रीन गोल्ड केन एंड बंबू से बने फूलदान, टे्र, पेन स्टैंड, इजी चेयर, मूढ़ा, पर्स, बाल्टी, मैगजीन होल्डर, मग जैसी लुभावनी चीजें लेकर आए है। उनके इस स्टॉल पर पर्यटक बिना रुके आगे ही नहीं बढ़ते है।
शिल्पकार का कहना है कि उनके उत्पादों को पर्यटक हाथों-हाथ खरीद रहें है और उनकी शिल्पकला का जादू पर्यटकों पर चढ़ चुका है। ग्राहकों की भारी भीड़ देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि पर्यटक उनकी शिल्पकला के मुरीद बन चुके है। उनके स्टॉल पर 50 से 2 हजार रुपए तक के मूल्य के उत्पाद मौजूद है। उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में वह पिछले 15 सालों से लगातार आ रहे है। उन्होंने यह शिल्पकला विरासत में मिली है। गीता महोत्सव के अलावा वे चंडीगढ़ के कलाग्राम, दिल्ली के प्रगति मैदान इत्यादि जगहों पर अपनी छाप छोड़ चुके है।

