International Gita Mahotsav

कर्मभूमि पवित्र ग्रंथ गीता की धरती के दर्शन मात्र ही मानव कल्याण की खोलते है राह

ब्रह्मसरोवर की सांध्यकालीन आरती में कृषि मंत्री जेपी दलाल, खेल मंत्री संदीप सिंह, हिमाचल प्रदेश के शहरी एवं विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने की शिकरत, केडीबी की तरफ से मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर किया गया सम्मानित
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग मंत्री जेपी दलाल, खेल मंत्री संदीप सिंह, करनाल के सांसद संजय भाटिया, हिमाचल प्रदेश के शहरी एवं विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव कृष्ण बेदी, हरियाणा योग आयोग के चेयरमैन डा. जयदीप सिंह आर्य, केडीबी मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी सीईओ चंद्रकांत कटारिया, वियतनाम के एम्बेसडर डो डयू खान्हो ने ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग के आरती स्थल पर मंत्रौच्चारण के बीच सांयकालीन महा आरती करके पूजा पाठ किया। इससे पहले सभी मेहमानों ने शंख की ध्वनि के साथ ही महाआरती शुरु की और दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रुप से कार्यक्रम का शुभारम्भ भी किया।
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि गीता की इस पावन धरती पर आना बहुत बड़ा सौभाग्य है। इसके लिए वे प्रदेश सरकार का आभार प्रकट करते है। साथ ही मानव कल्याण के लिए महोत्सव के आयोजन की बधाई देते है। गीता की धरती का दर्शन मात्र ही मानव कल्याण की राह खोलता है। गीता एक ऐसा ग्रंथ है, जो सम्पूर्ण विश्व और मानवता के लिए बहुत उपयोगी है। जीवन में किसी भी नकारात्मक स्थिति से उभरने में गीता हमारा मार्गदर्शन करती है। गीता एक धार्मिक ग्रंथ है, जिसका विश्व की सर्वाधिक भाषा में अनुवाद किया गया है। आज के दौर में नई पीढ़ी संस्कारों से दूर होती जा रही है। गीता के ज्ञान से नव पीढ़ी में संस्कार आएंगे और एक सभ्य समाज की स्थापना होगी।
खेल मंत्री संदीप सिंह ने कुरुक्षेत्र वासियों सहित समस्त प्रदेश तथा देशवासियों को इस महोत्सव के आयोजन की बधाई देते हुए कहा कि गीता महोत्सव में लाखों की संख्या में लोग जुड़ रहे है। देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी गीता का प्रचार-प्रसार बढ़ा है और विदेशों से भी लोग गीता महोत्सव में शामिल हो रहे हैं। भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र में ही गीता का संदेश दिया था। गीता जन-जन तक पहुंचाने के लिए सरकार प्रयासरत है। गीता महोत्सव में इस दिशा में सफलतम प्रयास है।
करनाल के सांसद संजय भाटिया ने कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं कि आज उन्हें महाआरती में शामिल होने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि करीब 5158 वर्ष पूर्व भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का संदेश दिया था जो मानव को जीने की कला सिखाता है। हमें गीता मेंं दिए ज्ञान व कर्म के संदेश के अनुसार ही जीवन यापन करना चाहिए। ऐसा करने पर हम हर क्षेत्र में कामयाब होंगे।
हिमाचल प्रदेश के शहरी एवं विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में आने से ही मन को अपार शांति मिलती है। गीता हमारी धरोहर है, जिसके संरक्षण के साथ-साथ प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना चाहिए। ऐसा करने से आने वाली पीढ़ी में संस्कारों का समावेश होगा, जिससे आपसी भाईचारा, प्रेम और शांति का माहौल बनेगा।

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