

कुरुक्षेत्र, 4 दिसंबर। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 में कला और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। स्टॉल संख्या 324 पर लगी हैंड मेड पेंटिंग और मिनिएचर आर्ट की प्रदर्शनी ने पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। प्रसिद्ध शिल्पकार दिलीप कोठारी द्वारा हाथों से तैयार की गई ये कलाकृतियाँ न केवल कलात्मक रूप से मनमोहक हैं, बल्कि इनमें भारतीय संस्कृति और भगवद गीता के शाश्वत संदेश की झलक भी देखने को मिलती है। विशेष रूप से भगवद गीता पर आधारित पेंटिंग्स और सूक्ष्म मिनिएचर आर्ट लोगों की पहली पसंद बनी हुई हैं। कई कला प्रेमी इन्हें स्मृति रूप में संजोने या उपहार स्वरूप लेने में उत्साहित हैं। स्टॉल पर 200 रुपये से लेकर 50,000 रुपये तक की कलाकृतियाँ उपलब्ध हैं। दिलीप कोठारी का यह हुनर महोत्सव को एक नया कलात्मक आयाम प्रदान कर रहा है और उनकी रचनाएँ हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जीवंत बनाती हैं।