अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर होने वाली संध्या कालीन आरती में पर्यटकों ने भाग लिया वहीं दूसरी ओर रात्रि के समय में पर्यटक इस भव्य आयोजन में रंग बिरंगी लाइटों से सजे ब्रह्मसरोवर के तट का आनंद लेते हुए नजर आए। पवित्र ग्रंथ गीता पूरी दुनिया को अध्यात्म और दार्शनिक तरीके से देखना-समझना सिखाता है, जिंदगी को जीना सिखाता है। हम अपने जीवन और उसके उदेश्यों को लेकर कई तरह के प्रश्नों से जूझते रहते है, लेकिन यह पवित्र ग्रंथ हमें हर प्रश्नों का जवाब बहुत अच्छे तरीके से देता है। यह ज्ञान हर मनुष्य के लिए जरूरी है। इतना ही नहीं अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में महाभारत थीम पर आधारित महाभारत की पूरी गाथा को अपने अंदर समाए हुए ब्रह्मसरोवर के पावन तट के चारों तरफ लगे म्यूरल में देखने को मिल रही है। इस अदभुत कला को देखकर यहां पर आने वाला प्रत्येक पर्यटक इस महोत्सव की सम्पूर्ण गाथा को अपने साथ लेते हुए नजर आ रहा है।