विश्व हिंदू परिषद हरियाणा के अध्यक्ष रमेश ने कहा कि पवित्र ग्रंथ पूरी दुनिया को अध्यात्म और दार्शनिक तरीके से देखना-समझना सिखाता है, जिंदगी को जीना सिखाता है। हम अपने जीवन और उसके उदेश्यों को लेकर कई तरह के प्रश्नों से जूझते रहते है, लेकिन यह पवित्र ग्रंथ हमें हर प्रश्नों का जवाब बहुत अच्छे तरीके से देता है। यह ज्ञान हर मनुष्य के लिए जरुरी है। विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष रमेश वीरवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महोत्सव के आरती कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे। पुरषोतमपुरा बाग में कलाकारों ने भगवान श्रीकृष्ण के भजनों के माध्यम से ब्रहमसरोवर के वातावरण को भक्तिमय कर दिया। इसके पश्चात विश्व हिन्दू परिषद हरियाणा के अध्यक्ष रमेश ने शंख की ध्वनि के साथ ही महा आरती शुरु की और दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से कार्यक्रम का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया। अध्यक्ष रमेश ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता विश्व का एक महान ग्रंथ है। इस ग्रंथ में कहे गए एक-एक श्लोक में मानवता के लिए कुछ ना कुछ है। इसलिए अपने जीवन को सफल बनाने और सही मार्गदर्शन के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों को धारण करना चाहिए। इस ग्रंथ के प्रत्येक श्लोक को स्मरण करने से मन को अध्यात्मिक शांति का अनुभव होता। विश्व में गीता की पूजा हो रही है। पवित्र ग्रंथ गीता में कहा गया है कि चिंता चिता के समान है। आज के समय में तनाव के कारण तरह-तरह की बीमारियां से मनुष्य ग्रस्त हो रहा है। ऐसे में पवित्र ग्रंथ गीता का ज्ञान बड़ा ही फायदेमंद है। इस कार्यक्रम के अंत में केडीबी की तरफ से सभी मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर आरएसएस के सह कार्यवाह डा. प्रीतम सिंह, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, केडीबी सदस्य सौरभ चौधरी, केसी रंगा, महेन्द्र सिंगला, विजय नरुला आदि मौजूद थे।