International Gita Mahotsav

बंदियों की शिल्पकला को देखकर पर्यटक पड़े हैरत में

जेल अधीक्षक सोमनाथ जगत ने किया स्टॉल नंबर 628 व 629 का अवलोकन, हरियाणा की 8 जेलों के बंदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को पसंद कर रहे है पर्यटक, अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में 7 दिनों में 1 लाख 75 हजार रुपए के समान की हुई बिक्री
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में हरियाणा प्रदेश की 8 जेलों के बंदियों की बेहतरीन शिल्पकला को रखा गया है। इन बंदियों ने सागवान की लकडिय़ों से मोबाइल स्टैंड से लेकर सोफा सेट तैयार किया है। इन बंदियों के हाथों से बना सामान लोगों की घर की शोभा बढ़ाने का काम करेगा। अहम पहलू यह है कि इस महोत्सव में पिछले 7 दिनों में 1 लाख 75 हजार रुपए के समान की बिक्री भी की जा चुकी है। इस शिल्पकला को देखकर पर्यटक हैरत में पड़ रहे है।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के सरस मेले में स्टॉल नंबर 628 और 629 पर 8 जिलों के बंदियों द्वारा बनाए गए लकड़ी के सोफे, मोबाईल स्टैंड, पोट, स्टूल, बैंच, आंवला कैंडी, कपड़े से बने समान सहित अन्य उत्पादों को पर्यटकों के लिए रखा गया है। इस स्टॉल का अवलोकन नियमित रुप से जेल अधीक्षक सोमनाथ जगत कर रहे है। जेल अधीक्षक ने बातचीत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में कुरुक्षेत्र जेल, सेंटरल जेल अंबाला, यमुनानगर, करनाल, सोनीपत, पंचकूला, हिसार सेंटरल जेल-1 और हिसार जिला जेल-2 की जेलों के बंदियों ने बहुत सुंदर और अच्छी गुणवता के उत्पाद तैयार किए है। इन उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में रखा गया है और पर्यटक इन उत्पादों को हाथों-हाथ खरीद रहे है। इन उत्पादों की गुणतवा बाजार के उत्पादों से कहीं ज्यादा अच्छी है और दाम भी आधे है।
इस स्टॉल पर जेल कर्मचारी अलकेश की देखरेख में उत्पादों की बिक्री की जा रही है। इस कर्मचारी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में बंदियों के हाथों से बने समान को पर्यटक खूब पंसद कर रहे है।
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