सांध्यकालीन महाआरती में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने की शिरकत, मेहमानों को स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानितकुरुक्षेत्र 11 दिसंबर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर हजारों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश दिए। इस धर्मनगरी से पूरे विश्व को कर्म करने का संदेश मिल रहा है। इस कर्मभूमि की धरा पर 14 दिसंबर को होने वाले दीपोत्सव में दीपकों की रोशनी से पूरी दुनिया महक उठेगी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला शनिवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोतमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रुप में बोल रहे थे। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, धर्मपत्नी डा. अमिता बिड़ला, बेटी आकांक्षा बिड़ला, सांसद रत्नलाल कटारिया, सांसद अरविंद शर्मा, सांसद नायब सिंह सैनी, सांसद सुनीता दुग्गल, हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह, विधायक सुभाष सुधा, महोत्सव के नोडल अधिकारी एवं केडीबी सदस्य सचिव विजय दहिया, उपायुक्त मुकुल कुमार, हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की निदेशिका प्रतिमा चौधरी, हरियाणा कला परिषद के निदेशक संजय बसीन, मुख्यमंत्री के प्रचार ओएसडी गजेन्द्र फोगाट, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, भाजपा के प्रदेश महामंत्री डा. पवन सैनी, भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सैनी, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, बुद्घिजीवी प्रकोष्ठï के जिला संयोजक पवन आश्री, सुशील राणा, सौरव चौधरी, उपेन्द्र सिंघल, विजय नरुला, महिन्द्र सिंगला सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव पर ब्रहमसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्ज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह खुशी का अवसर है कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के माध्यम से पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया जा रहा है। इस गीता स्थली पर हिंदोस्तान के संतों ने अपनी ओजस्वी वाणी से पूरी दुनिया को गीता के उपदेशों पर चलने के लिए प्रेरित किया है। इस भूमि की तरफ पूरा विश्व आकर्षित हो रहा है।