

गीता महोत्सव के शिल्प बाज़ार में सजती यह कारीगरी सादगी, सौंदर्य और भारतीय संस्कृति की कहानी बयां करती है। हर एक हस्तनिर्मित लकड़ी का शिल्प अपने आप में अद्वितीय है, जिसमें पारंपरिक हुनर और कलात्मक दृष्टि का उत्कृष्ट संगम दिखाई देता है। इन कृतियों में न केवल लकड़ी की प्राकृतिक खूबसूरती झलकती है, बल्कि भारतीय शिल्पकला की शाश्वत परंपरा और समय के साथ विकसित होती कला का प्रतिबिंब भी देखने को मिलता है। यह बाज़ार न सिर्फ शिल्पकारों के हुनर को प्रदर्शित करता है, बल्कि आने वाले पर्यटकों और कला प्रेमियों के लिए एक प्रेरणादायक और यादगार अनुभव भी बन जाता है।