कुरुक्षेत्र की पवित्र धरती पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में देश-विदेश के कलाकार गीता के ज्ञान और भक्ति से ओतप्रोत नृत्य प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रहे हैं। विभिन्न संस्कृतियों के संगम में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला दर्शकों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान कर रही है।
विभिन्न देशों, जैसे भारत, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, जापान, आदि के कलाकारों द्वारा भरतनाट्यम, ओडिसी, कथक, कुचिपुड़ी, मणिपुरी, मोहिनीअट्टम, मृदंगम नृत्य, कथकली, आदि नृत्य शैलियों का प्रदर्शन किया जा रहा है।
गीता के संदेश को नृत्य की भाषा में जीवंत करते हुए ये कलाकार कर्मयोग, भक्ति, ज्ञान, प्रेम और शांति जैसे विषयों को मनमोहक ढंग से प्रस्तुत कर रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव गीता के ज्ञान और संदेश को विश्व भर में फैलाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। यह महोत्सव सभी को गीता के बारे में जानने और समझने का एक अद्भुत अवसर प्रदान करता है।
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