अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव-2021 के सरस मेले में पनिहार नाग देवता सैल्फ हेल्प गु्रप ब्लॉक पंागी किलाड के स्टॉल लोगों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। इसका आकर्षण यह है कि इस स्टॉल पर जडी बूटियों से निर्मित कुछ ऐसे उत्पाद रखे गए है जिनकी जानकारी या फिर खरीद हर कोई करना चाहता है। पांगगी व लाहुल में ही पाई जाने वाली जडी बूटियों जैसे कुठ, सैंसी, पिथकड आदि से निर्मित आयुर्वेंदिक औषोधियों एक पूर्व सैनिक जो खानदानी वैद्य परिवार से है, लोगों को इसका लाभ बताते है। स्टॉल पर विपिन चंद ने बताया कि उनके द्वारा निर्मित पेट मित्र औषधि पेय के रूप में है तथा कुद बूंदे ही एक डोज के लिए पर्याप्त रहती है की बेहद मांग है क्योंकि यह औषधि पेट के हर रोग के साथ-साथ गैस, पथरी में भी रामबाण साबित होती है। इसी तरह पांगी लाहुल की जडी बूटियां जिनके उसके दादा दवाईंयां तैयार करते थे से भी बनी दवाईयां भी यहां पर उपलब्ध है जो शुगर, बीपीए हार्ट ब्लाकेज बवासीर तथा अन्य रोगों को ठीक करती है। उन्होंने कहा कि वह इन उत्पादों की प्रदर्शनी विभागीय सहयोग से राष्टï्रीय स्तर पर भी लगा चुके है। दिल्ली में 2018 में लगी प्रदर्शनी में उन्हें दूसरा पुरस्कार हासिल हुआ था। इसी तरह से बनारस में लगाई गई प्रदर्शनी भी उन्हें द्वितीय पुरस्कार मिला था। सरस मेला धर्मशाला 2018 में भी उन्हें द्वितीय इनाम प्राप्त हो चुका है। विपिन चंद आर्मी 17 पैराशूट फील्ड रेजीमेंट से 1984 में सेवानिवृत हो चुके है। पिछले कई सालों से आयुर्वेद दवाईयां बनाकर इसे लोगों के बीच प्रचारित करने में लगे है और इसके बारे मे निशुल्क परामर्श भी देते है।