Vishnupad Tirth, Barsana
विवष्णु पद नामक कुरुक्षेत्र भूमि का यह प्रमुख तीर्थ कैथल से लगभग 22 कि.मी. दूर बरसाना नामक गाँव में स्थित है। बरसाना में स्थित यह तीर्थ भगवान विष्णु से सम्बन्धित…
विवष्णु पद नामक कुरुक्षेत्र भूमि का यह प्रमुख तीर्थ कैथल से लगभग 22 कि.मी. दूर बरसाना नामक गाँव में स्थित है। बरसाना में स्थित यह तीर्थ भगवान विष्णु से सम्बन्धित…
जुहोमि नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 25 कि.मी. दूर हजवाना ग्राम में स्थित है। लोक प्रचलित जन-श्रुति के अनुसार इस तीर्थ का नाम जुहोमि महात्मा के नाम पर पड़ा…
चक्रतीर्थ नामक यह तीर्थ कैथल-पूण्डरी-राजौन्द मार्ग पर कैथल से लगभग 27 कि.मी. किलोमीटर दूर सेरहदा ग्राम में स्थित है। सेरहदा नामक ग्राम में स्थित इस तीर्थ का वर्णन पौराणिक साहित्य…
काव्य तीर्थ नामक यह तीर्थ कैथल-पुण्डरी-राजोंद मार्ग पर कैथल से लगभग 24 कि.मी. दूर करोड़ा नामक ग्राम में स्थित है। प्रचलित जनश्रुति के अनुसार उक्त तीर्थ महाभारत एवं वामन पुराण…
हव्य नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 22 कि.मी. दूर भाणा नामक ग्राम में स्थित है। इस तीर्थ से सम्बन्धित जनश्रुति के अनुसार यहाँ सतयुग में ब्रह्मा ने एक यज्ञ…
रसमंगल नामक यह तीर्थ कैथल से 19 कि.मी. की दूरी पर जाखौली एवं सौंगल नामक ग्रामों की सीमा पर स्थित है इस तीर्थ के विषय में जनसाधारण में प्रचलित जनश्रुति…
श्रीतीथ नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 18 कि.मी. दूर कैथल-जींद मार्ग पर कसान नामक ग्राम में स्थित है। कसान नामक ग्राम में स्थित इस तीर्थ के नाम से ही…
वामन नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 18 कि.मी. दूर सौंगल गाँव के दक्षिण- पश्चिम में स्थित है। सौंगल स्थित इस तीर्थ के नाम एवं महत्त्व का महाभारत एवं वामन…
कुकृत्यनाशन नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 10 कि.मी. दूर कैथल-करनाल मार्ग के पहुँचायक मार्ग पर काकौत नामक ग्राम के उत्तर-पूर्व में स्थित है। इस तीर्थ के नाम से ही…
अन्यजन्म तीर्थ, ड्योढखेड़ी अन्यजन्म नामक यह तीर्थ कैथल से 7 कि.मी. दूर दक्षिण में ड्योढखेड़ी नामक ग्राम में स्थित है। ड्योढखेड़ी में स्थित इस तीर्थ का वर्णन महाभारत एवं वामन…
नवदुर्गा नामक यह तीर्थ कैथल नगर से लगभग 3 कि.मी. की दूरी पर देवीगढ़ नामक ग्राम में स्थित है। वामन पुराण में एक दुर्गा तीर्थ का स्पष्ट वर्णन है जहाँ…
देवी तीर्थ नामक यह तीर्थ कैथल से लगभग 2 कि.मी. दूर कैथल-करनाल मार्ग पर गांव देवीगढ़ की सीमा पर स्थित है जो किंदान जप वाले कुण्ड जोहड़ के नाम से…