हस्त और शिल्प कला के महासंगम में बाल संस्थानों के बच्चों की कला बनी आकर्षण

हस्त और शिल्प कला के महासंगम में बाल संस्थानों के बच्चों की कला बनी आकर्षण

बाल देखरेख संस्थानों के बच्चों की कला अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में इन दिनों सभी के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। महिला एवं बाल विकास विभाग हरियाणा की ओर से 19 नवंबर से कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में हरियाणा में चल रहे बाल देखरेख संस्थानों में आश्रित बच्चों की हस्त और शिल्प कला की प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में बच्चों द्वारा बनाये गए आर्ट वर्क वेस्ट मटेरियल से बना वर्क ओर अन्य वस्तुएं को प्रदर्शित किया जा रहा है प्रदर्शन के साथ कलाकृतियों की बिक्री हो रही है।
अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती पर हस्तकला ओर शिल्प कला के महारथियों के महासंगम में नन्हे बच्चों की कला कृतियां भी अंतर्राष्ट्रीय पटल पर प्रदर्शित हो रही है बच्चों की कलाकृतियों की बिक्री होने पर उनकी बिक्री राशि सीधा बच्चे के खाते में डाली जाएगी। हरियाणा के सभी बाल देखरेख संस्थानों करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पंचकूला, भिवानी, सोनीपत, जींद, यमुनानगर, फरीदाबाद, झज्जर, रेवाड़ी, पानीपत, गुरुग्राम और अन्य जिलों के बच्चों द्वारा बेहद सुन्दर कलाकृतियां बनाई गयी है जो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। बच्चों ने कला कृतियों में मेहनत से जान डाली है। जिला बाल संरक्षण अधिकारी इंदु शर्मा और कार्यवाहक जिला बाल संरक्षण अधिकारी रंजन शर्मा ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक एवं संयुक्त निदेशक के प्रयासों से इस प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। इसमें विशेषता है की बच्चों की कलाकृतियों की कीमत भी बच्चों ने ही तय की है। अंतरराष्ट्रीय पटल पर बच्चों की कला प्रदर्शन होने पर उनका मनोबल बढ़ेगा ओर उनकी कला में निखार भी आएगा। कला कृतियों में पेंटिंग स्केच आर्ट वर्क वेस्ट मटेरियल से तैयार वस्तुएं ऊनी सामान मुख्य है।

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