मुख्यमंत्री हरियाणा के राजनैतिक सचिव एवं पूर्व राज्यमंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में कर्म करने का संदेश देती है। इस ग्रंथ के प्रत्येक श्लोक को स्मरण करने से मन को अध्यात्मिक शांति का अनुभव होता। श्रीकृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का संदेश देते हुए कहा कि फल चिंता छोडक़र सिर्फ अपना कर्म कर, कर्म करने से ही तेरा उद्घार होगा। विश्व कल्याण के लिए सभी को पवित्र ग्रंथ गीता का अनुसरण करना होगा। इस ग्रंथ में विश्व की तमाम समस्याओं का हल करने का मार्ग दिखाया गया है। इस ग्रंथ के एक-एक शब्द से शिक्षा और संस्कार ग्रहण होते है। राजनीतिक सलाहकार कृष्ण कुमार बेदी रविवार को देर सायं ब्रह्मसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में बोल रहे थे। इससे पहले राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, भाजपा के जिला महामंत्री सुशील राणा, डा. गणेश दत्त, गुरनाम सिंह, संयुक्त निदेशक आडिट चांदराम, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, विजय नरुला, श्याम लाल जांगड़ा, सुरेन्द्र माजरी, आईएमए, नीमा के पदाधिकारी सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रूप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया। राजनीतिक सचिव कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता में संसार की हर समस्या का समाधान निहित है। इसलिए अपने तमाम समस्याओं के समाधान और देश की समृद्धि के लिए गीता के श्लोकों को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। जो व्यक्ति गीता के उपदेशों को धारण करेगा वह अपना जीवन सफल बना लेगा। पवित्र ब्रह्मसरोवर के तट पर गीता महाआरती से कर्म करने की शक्ति मिलती है, इस शक्ति से समाज सेवा में अपना योगदान दिया जा सकता है। इसलिए प्रत्येक मनुष्य को कर्म करने का संदेश लेने के लिए कुरुक्षेत्र की भूमि पर जरुर आना चाहिए। केडीबी सीईओ अनुभव मेहता ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया।