सहकारिता मंत्री ने कलाकार सुमित्रा गुहा व कलाकार बीना मेहता को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

सहकारिता मंत्री ने कलाकार सुमित्रा गुहा व कलाकार बीना मेहता को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम से पहले सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल व पर्यटन विभाग के चेयरमैन डा. अरविंद यादव सहित अन्य गणमान्य लोगों ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर ब्रह्मसरोवर की महाआरती और पूजा-अर्चना की तथा दीपशिखा प्रज्वलित कर विधिवत रुप से महाआरती का शुभारम्भ भी किया। इस महाआरती का गुणगान पंडित बलराम गौतम, पंडित सोमनाथ शर्मा, गोपाल कृष्ण गौतम, अनिल व रुद्र ने किया।
पुरुषोत्तमपुरा बाग में प्रसिद्ध कलाकार सुमित्रा गुहा ने महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करने के उदेश्य से वीर मीरा की म्यूजिकल प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। इस कलाकार ने मीरा और भगवान श्रीकृष्ण के बीच स्नेह को प्रदर्शित करने का काम किया। इस कलाकार ने अपने गीत और संगीत से ब्रह्मसरोवर की फिजा में मीरा रस को घोलने का काम किया। इस सांस्कृतिक संध्या की पहली प्रस्तुति प्रसिद्ध नृत्यांगना और उसके ग्रुप ने दी। इस ग्रुप के कलाकारों ने श्रीकृष्ण पर आधारित कत्थक डांस की प्रस्तुति दी। इस ग्रुप के कलाकारों ने देश की प्राचीन लोक संस्कृति के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं को प्रस्तुत करके दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि यह खुशी का अवसर है कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के माध्यम से पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया जा रहा है। इस गीता स्थली पर हिंदोस्तान के संतों ने अपनी ओजस्वी वाणी से पूरी दुनिया को गीता के उपदेशों पर चलने के लिए प्रेरित किया है। इस भूमि की तरफ पूरा विश्व आकर्षित हो रहा है। इस सांध्यकालीन महाआरती को देखने पर सुखद अहसास होता है। भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र की पावन धरा से पूरे विश्व को गीता के उपदेश दिए। इस पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश आज भी पूरे विश्व के लिए प्रासंगिक है। इसलिए कुरुक्षेत्र का महत्व पूरे विश्व में है। इस पावन धरा पर हर वर्ष कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव और सभी संस्थाओं की तरफ से भी गीता महोत्सव को परम्परागत और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस मौके पर नगराधीश हरप्रीत कौर, जिला बार एसोसिएशन के प्रधान कृष्ण गुप्ता, केडीबी के सदस्य ऋषिपाल मथाना, एमके मोदगिल, कैप्टन अमरजीत सिंह, युद्घिष्ठïर बहल, अशोक रोशा, समाजसेवी राजेश सिंगला सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति व वैश्य समाज के लोग मौजूद थे
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