शिल्प मेले के खादी के कुर्ते, जैकेट और पठानी सूट बने पर्यटकों की पहली पसंद

शिल्प मेले के खादी के कुर्ते, जैकेट और पठानी सूट बने पर्यटकों की पहली पसंद

कुरुक्षेत्र 1 दिसंबर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में ब्रह्मसरोवर के तट पर लगे क्राफ्ट मेले में पर्यटकों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही है, यहां पर्यटक हरियाणा प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों से भी आ रहे हैं और जमकर खरीदारी कर रहे हैं। इसके साथ-साथ विभिन्न राज्यों के कलाकारों की प्रस्तुतियों का भी पर्यटक जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। क्राफ्ट मेले में पर्यटक खादी के बने कुर्ते, जैकेट और पठानी सूट भी पर्यटकों की पहली पसंद बन गई है।
मेले में स्टाल नंबर 427 पर दिल्ली और मेरठ के कारीगरों के बने हुए कुर्ते और जैकेट मिल रहे हैं। स्टाल के संचालक समीर ने बताया कि वह दिल्ली से आए हैं और यह उनका पुश्तैनी कार्य है। वे 30 वर्ष के हैं और पूरे भारत में जहां पर भी अंतरराष्ट्रीय मेले लगते हैं, वो वहां जाते हैं और खादी से बने कपड़े ग्राहकों को बेचते है। समीर ने बताया कि वे हर साल अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में आते है। उनकी स्टाल पर 200 रुपये से लेकर 700 रुपये तक के खादी के कपड़े है। खादी का कुर्ता, जैकेट और पायजामे का सैट मात्र 1500 रुपये का है। समीर ने बताया कि जो कपड़े वो बेच रहे है, उनका हल्का सा भी रंग नही उतरता है।
समीर ने बताया कि सबसे पहले वे खादी के कपड़े को चरखे पर चढ़ाते हैं, फिर इसकी तानी करते हैं, रोल को उठाकर खड्डïी पर लगाया जाता है, फिर कपड़ा बुना जाता है, तब जाकर कुर्ता-पायजामा व जैकेट तैयार होती है। कुरुक्षेत्र के अलावा गोवा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा में लगने वाले मेलों में वे अपनी स्टाल लगाते हैं। उन्होंने कहा कि एक बार जो ग्राहक उनकी स्टाल नम्बर 427 पर आयेगा, उन्हें विश्वास है कि वह ग्राहक हर साल मेले में उनकी स्टाल पर जरूर आयेगा। कहना गलत नही होगा कि लोगों की पसंद खादी के कुर्तें व पायजामें तथा जैकेट की बनी हुई है।

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