राजकीय पुरस्कार विजेता की कलाकृतियां बनी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का श्रृंगार

राजकीय पुरस्कार विजेता की कलाकृतियां बनी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का श्रृंगार

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2023 में विभिन्न राज्यों की कला से ब्रह्मसरोवर चमक उठा है। इस महोत्सव में अपनी श्रेष्ठता को प्रस्तुत करने वाले कलाकारों में से एक हैं श्री सुधीर कुमार, जो 20 साल से अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव पर अपनी कलाकृतियों से लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

स्टॉल न 33 पर मौजूद स्टोन वर्क पेंटिंग, क्रिस्टल पेंटिंग, 5ष्ठ पेंटिंग, तांबे से बनी पेंटिंग, बबल्स पेटिंग, लकड़ी से बनी पेंटिंग और कैनवस पेंटिंग जैसी अद्भुत कलाकृतियां उनकी कला की विविधता को दर्शाती हैं। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में अपने 20 साल के अनुभव के बारे में बताते हुए सुधीर कुमार ने कहा की हर साल उन्हें यहां आए लोगों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है जो उन्हे अगले साल दोबारा आने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। पर्यटकों के द्वारा उनकी कला की कदर और प्रशंसा उनके लिए किसी पुरुस्कार से कम नहीं है। स्टोन वर्क जैसी अदभुत कला के लिए सुधीर कुमार को वर्ष 1999 में उस समय के गवर्नर अंशुमान सिंह द्वारा राजस्थान राजकीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। स्टोन वर्क पेंटिंग दिन में तो अपनी सुन्दरता बिखेरती ही है, साथ ही इस पर लगे पत्थरों की वजह से यह रात में भी चमकती है जो इस कला की खासियत है।

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अलावा सूरजकुंड और पणजी मेला जैसे मेलों में भी अपनी कला का प्रदर्शन करने वाले इस कलाकार का जीवन प्रेरणादायक है।पिताजी के देहांत के बाद उन्हें सरकारी नौकरी मिली लेकिन अपने छोटे भाई को किसी कारोबार में सफलता न मिलने के कारण उन्होंने अपने छोटे भाई को वह नौकरी सौंप दी और महज़ 200 रुपए से अपना पेंटिंग का कारोबार शुरू किया। आज उनके पास 200 रुपए से लेकर 4000 रुपए तक की पेंटिंग्स मौजूद हैं। मेहनत और संघर्ष के रास्ते पर चलकर आज वे अपनी कार गर्व से चला रहे हैं जो उनके लिए एक बड़ी कमाई है।

Quick Navigation