वर्चुअल रियलिटी (वीआर) तकनीकी का उपयोग अब गीता स्थली ज्योतिसर के साक्षात दर्शन के लिए किया जा रहा है। राज्यस्तरीय प्रदर्शनी में यह तकनीक एक आकर्षण का केंद्र बन गई है, जहां हजारों लोग उत्सुकता से लाइन में लगकर गीता स्थली ज्योतिसर की डॉक्यूमेंट्री का अनुभव ले रहे हैं।
सूचना, जनसंपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा लगाया गया यह विशेष प्रोजेक्ट लोगों को वीआर तकनीकी के माध्यम से ज्योतिसर के प्राचीन इतिहास से परिचित करवा रहा है। इसमें विशेष सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया है, जिसमें 2 मिनट की वीडियो और वॉयस ओवर के माध्यम से ज्योतिसर की गहरी जानकारी दी गई है।
एडीपीआर रणबीर सांगवान के अनुसार, यह वीआर तकनीक राज्यस्तरीय प्रदर्शनी में पहली बार इस्तेमाल की गई है। वीआर यंत्र को आंखों पर लगाया जाता है और कानों में स्पीकर होते हैं, जिससे लोग ज्योतिसर के इतिहास को न केवल देख सकते हैं बल्कि सुन भी सकते हैं। यह तकनीक विशेष रूप से युवाओं के बीच आकर्षण का कारण बनी है, और अब तक हजारों लोग इस सुविधा का लाभ उठा चुके हैं।
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