भारत रत्न गुलजारी लाल नंदा संग्रहालय में पीएम विश्वकर्मा प्रदर्शनी का आयोजन 29 नवंबर से 1 दिसंबर 2024 तक किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने दीप प्रज्जवलित करके किया। इस अवसर पर 18 प्रकार के हस्तशिल्प से जुड़े कारीगरों ने अपनी कृतियों को प्रदर्शित किया, और 72 स्टॉल्स पर विभिन्न शिल्पकला का अद्भुत रूप दिखाया।
प्रोफेसर सचदेवा ने अपने संबोधन में कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना शिल्पकारों और कारीगरों को स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और रोजगार का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने इस योजना को एक महत्वपूर्ण कदम बताया जो हस्तशिल्प उद्योग को नई दिशा और पहचान दे रहा है। कारीगर अब अपनी कला और श्रम को सशक्त रूप में प्रदर्शित कर सकते हैं और इससे जुड़कर स्वरोजगार की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार इस योजना के तहत कारीगरों को रियायती ऋण और आसान किश्तों में लोन उपलब्ध करा रही है, जिससे वे अपने कारोबार को विस्तार दे सकें।
एमएसएमई विभाग द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी ने हस्तशिल्प कारीगरों को एक नया मंच प्रदान किया है, जो भारत की परंपरा और कला को सम्मानित करता है। इस कार्यक्रम में सांसद, सहायक निदेशक, और एमएसएमई के अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे, जिन्होंने कारीगरों की कला की सराहना की और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
आइए, इस भव्य आयोजन का हिस्सा बनें और भारतीय कला के अद्वितीय रूप का अनुभव करें!