यह महोत्सव न केवल सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक बन रहा है, बल्कि हर प्रस्तुति दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रही है।
देश के विभिन्न प्रांतों से आए कलाकारों ने अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन किया है, और उनकी मनमोहक अदाओं ने पर्यटकों का दिल जीत लिया है। हर कलाकार ने अपनी कला के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक धरोहर को प्रस्तुत किया है, जिससे महोत्सव और भी विशेष बन गया है।
इस वर्ष, तंजानिया और ओडिशा राज्य के पवेलियनों के साथ मेज़बान राज्य हरियाणा का पवेलियन भी आकर्षण का केंद्र बन रहा है। यहां पर पर्यटकों को हरियाणा के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों की जानकारी भी मिल रही है।
भारत की विविधता, शिल्पकारी और संस्कृति को देखने के लिए देश-विदेश के लाखों पर्यटक हजारों किलोमीटर की यात्रा कर कुरुक्षेत्र पहुंचे हैं, और इस अद्भुत महोत्सव का हिस्सा बन रहे हैं।
आइए, इस महान आयोजन का हिस्सा बनें और सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव करें!