हरियाणा कला परिषद के कलाकारों ने गीता महोत्सव में पर्यटकों को किया नशे के खिलाफ जागरूक
अंतर्राष्टीय गीता महोत्सव में अलग-अलग तरह की सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रर्दशन करते हुए महोत्सव को चार चांद लगा रहे है, ऐसे में हरियाणा कला परिषद व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कुरुक्षेत्र के संयुक्त सहयोग से गीता महोत्सव में नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरुक करने के लिए नुक्कड़ नाटक किए जा रहे हैं, जिसमें हरियाणा कला परिषद के कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटक नशा और दुर्दशा से देश को नशामुक्त करने की नसीहत दी जा रही है।
गीता महोत्सव के प्रारम्भ से प्रत्येक दिन नाटक प्रस्तुत कर रहे कलाकारों द्वारा युवा पीढ़ी में लगी नशे की लत और उससे होने वाले नुकसान को एक कहानी के माध्यम से दिखाया जा रहा है। एक गांव का लडक़ा शहर पढ़ाई करने जाता है, जहां उसे नशे की लत लग जाती है। नशे की बुरी लत लगने से वह अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाता और पढ़ाई में कमजोर हो जाता है। अंत में नशा उसे इस कदर घेर लेता है कि वह अपनी जान से हाथ धो बैठता है। बड़े ही मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किए गए नुक्कड़ नाटक में जहां एक और नशे की बुरी लत से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया, वहीं दूसरी ओर युवाओं को देश व समाज के हित के लिए कार्य करने के लिए भी प्रेरित किया गया। ब्रह्मसरोवर पर मंचित किए गए नुक्कड़ नाटक के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कुरुक्षेत्र के सचिव व सीजेएम दुष्यंत चौधरी विशेष रुप से उपस्थित रहे। हरियाणा कला परिषद के मीडिया प्रभारी विकास शर्मा ने बताया कि हरियाणा कला परिषद व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आयोजित नुक्कड़ नाटक का उद्देश्य लोगों के मनोरंजन के साथ-साथ उन्हें सीख देना है ताकि युवा पीढ़ी नशे की राह को छोडकर देश की प्रगति का हिस्सा बने। नाटक प्रस्तुत करने वाले कलाकारों में निकिता कौशिक, ज्योति बांकुरा, आकाशदीप, सुग्रीव समीर मैहरा, साहिल खान, पार्थ शर्मा, गौरव व राजीव आदि शामिल रहे।